नई दिल्ली,30दिसंबर(शैलेन्द्र सिंह)।
जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी जी की माताजी के देहावसान की खबर लगी…..सभी को लगा होगा कि आज तो उनका पार्थिव शरीर कंही अंतिम दर्शन के लिए रखा जावेगा। फिर जैसा अन्य राजनेताओं के परिवार जन की मृत्यु में होता है,जनता की दर्शन के लिए लम्बी-लम्बी लाईन लगेगी। फिर राजसी तरीके से अंतिम संस्कार होगा। पूरा अंतिम संस्कार का कार्यक्रम सियासी हो जाएगा,देश भर के नेता उसमें शामिल होंगे। लेकिन ऐसा सोचते सोचते टेलीविज़न ऑन किया तो देखा मोदीजी और उनके भाई पंकज भाई मोदी सहित परिवार जन तो माँ के पार्थिव शरीर को बिल्कुल सामान्य तरीके से लेकर श्मशान जा रहे हैं। मतलब इतनी सामान्यता तो मध्यम आम लोगो के परिवारों में नही देखने को नही मिली। चित्र देखकर विश्वास नही होता कि विश्व के इतने बड़े नेता अपनी माँ को सामान्य बाँस और घास की अर्थी को कंधा देकर चल रहे है ।जैसे कोई मोहल्ले या कॉलोनी में किसी के स्वर्गवास पर लोग ले कर जाते है। बिल्कुल साधारण हिन्दू रीति रिवाज से।वाकई भूतों न भविष्यति ये सब मोदीजी की इच्छा से ही हुआ है,इससे पता चलता है देश के प्रधानमंत्री, दुनिया के ताकतवर नेता का परिवार अब भी साधारण परिवार ही है।
ऐसे अद्भुत व्यक्तित्व को जन्म देने वाली माँ को …..शत शत नमन…।👏
💐विनम्र श्रद्धांजलि।