प्रस्तुति:- #शैलेन्द्रसिंहशैली
फरवरी माह में 28 या 29 दिन ही क्यों होते हैं?
ये तो हम सब जानते ही हैं कि एक वर्ष में 12 माह होते हैं और प्रत्येक माह में 30 या 31दिन होते हैं लेकिन वर्ष में एक माह ऐसा भी होता है जिसमें 30 या 31 नहीं वल्कि 28 या 29 दिन होते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों, अगर नहीं तो आइये जानते हैं ऐसा क्यों?
दसअसल दोस्तों आज जो हम कैलेंडर का प्रयोग करते हैं वह रोमन कैलेंडर पर आधारित है। पुराने रोमन कैलेंडर में महिनों की शुरूआत मार्च माह से होती थी और पूरा वर्ष 304 दिन का होता था और वर्ष में 10 माह होते थे। बाद में इस कैलेंडर में सुधार हुआ और दो महीने जनवरी और फरवरी को जोड दिया गया और वर्ष में कुल 12 माह हो गये। लेकिन यह कैलेंडर भी सही साबित नहीं हुआ।
कुछ त्योहार इस कैंलेडर के अनुसार सही समय पर नहीं आये तो इस कैंलेडर में और भी सुधार किया गया और इन्हीं त्योहारों की तारीख सही करने के लिए फरवरी माह से दो दिन कम कर दिये गये और वर्ष में 365 हो गये।
यह कैलेडर पृथ्वी और सूर्य की परिक्रमा के अनुसार बनाया गया क्योंकि पृथ्वी को सूर्य का चक्कर पूरा करने में 365 दिन और 6 घंटे का समय लगता है । इसतरह प्रत्येक वर्ष 6 घंटे बच जाते हैं और यही 6 घंटे चार साल बाद 24 घंटे यानि एक दिन बना लेते हैं और इन्हें फरवरी माह में जोड दिया जाता है और यही कारण है कि फरवरी माह में 28 या 29 दिन ही होते हैं। जिस वर्ष फरवरी माह में 29 दिन होते हैं उस वर्ष को Leap year (अधिवर्ष) कहा जाता है।
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