रेलवे स्टेशनों पर समुद्र तल से ऊचाई क्यों लिखी जाती है?

प्रस्तुति:- #शैलेन्द्रसिंहशैली
रेलवे स्टेशनों पर समुद्र तल से ऊचाई क्यों लिखी जाती है?

आपको कभी ना कभी तो ट्रेन में सफर करने का मौका तो मिला ही होगा और आपने देखा होगा कि प्रत्येक स्टेशन पर उस स्टेशन का नाम हिन्दी अंग्रेजी और वहॉ की लोकल भाषा में लिखा जाता है लेकिन अगर आपने कभी ध्यान दिया हो तो स्टेशन के नाम के नीचे उस स्टेशन की समुद्र तल से ऊॅचाई भी लिखी जाती है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों हाेेता है, अगर नहीें तो आइये जातने हैंं ऐसा क्यों?

दरअसल स्टेशनों पर लिखी समुद्र तल से ऊॅॅचाई का आम जनता से काई मतलब नहीं है यह केवल ट्रेन के चालकों के लिए लिखी जाती है। जैसा कि हम जानते हैं कि हमारी पृथ्वी गोल है और दुनियॉ में एक समान उंचाई नापनेे के लिए वैज्ञानिकों को ऐसे तल की जरूरत होती है जो एक समान रहे। इसके लिए वैज्ञानिकों ने समुद्र को सबसे अच्छा माना क्योंकि समुद्र का पानी हमेशा एक समान रहता है अब मान लीजिए कि कोई ट्रेन 150 मीटर समुद्र तल से 200 मीटर समुद्र तल की ऊॅचाई पर जा रही है तो इस साइन बोर्ड को देखकर ड्राईवर को अंदाजा हो जाता है कि उसको किस हिसाब से ट्रेन के इंजन की स्पीड बढ़ानी है. इसके अलावा इसकी मदद से इंजीनियरों को ट्रेन के ऊपर लगे बिजली के तारों को एक सामान ऊंचाई देने में भी मदद मिलती है. जिससे बिजली के तार ट्रेन के तारों से हर समय टच होते रहें।

जब स्टीम इंजन प्रयोग किए जाते थे, तब उपरोक्त जानकारी ट्रेन ड्राइवरों के लिए अति आवश्यक व ज्यादा उपयोगी होती थी।

#शैलेन्द्रसिंहशैली #shailendrasinghshaili

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