महेंद्रगढ़,18मार्च(शैलेन्द्र सिंह)।
गत दिनों 13 वर्षीय धर्म नामक युवक की मृत्यु हो गई।कौन था यह धर्म?जानते हैं आप।
हम आपको बताते हैं, धर्म के पिता सरजीत चौधरी,रेलवे रोड पर खोखो में सरजीत नोजल फव्वारा नाम से दुकान चलाते थे और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। उनके पास आय का यही एकमात्र साधन था।
फिर क्या हुआ शहर में अचानक एक सिरफिरे अधिकारी ने उन दुकानदारों को उजाड़ दिया और रात के अंधरे में जेसीबी से तहस-नहस कर दिया। दुकानदारों को अपना सामान तक निकालने का मौका नहीं दिया गया।

कुछ गरीब दुकानदार जिनकी आय का एकमात्र वही सहारा था और अपने परिवार का भरण पोषण वहीं से कर रहे थे उनकी तो दुनिया ही उजड़ गई। दुःखी दुकानदार प्रशासन,नगर पालिका और सरकार के सामने गीडगिड़ाते रहे मगर उनकी किसी ने नहीं सुनी।।

दुकानदार इसके विरोध में महीनों तक धरने व भुख हड़ताल पर बैठे रहे।उसके बाद नगर पालिका चुनाव से पहले पूर्व शिक्षा मंत्री प्रोफेसर रामविलास शर्मा ने उन्हें पुनः बसाने का आश्वासन देकर उनका धरना व भूख हड़ताल समाप्त करवाई थी।

मुख्यमंत्री तक यह बात पहुंचाई गई। दुकानदारों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला भी मगर आज तक उनका कोई समाधान नहीं हुआ। नगर पालिका को भी लिखित में दिया गया।जबकि नगर पालिका उनसे किराया लेती थी।। गौरतलब है कि वर्तमान नगर पालिका चेयरमैन रमेश सैनी दुकानदारों को धरने पर समर्थन देने गए थे अबे नगरपालिका के चेयरमैन है मगर दुकानदारों की समस्या का कोई समाधान नहीं।
कई दुकानदारों की तो हालत बहुत खराब है वह सदमे से अब तक बाहर नहीं निकल पाएं है।उसी का परिणाम है कि मां-बाप ने अपने 13 वर्षीय बेटे धर्म को खो दिया है। जबकि रेलवे रोड पर खोखा चलाने वाले, उजड़ने वाले धर्म के पिता सरजीत की भी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। सरजीत का बेटा धर्म बीमार था।मगर उसके पास कोई धंधा नहीं था, पैसे की कमी थी। वह अपने बेटे का इलाज किसी अच्छे अस्पताल में नहीं करवा पाया और इस कारण, पैसे की कमी के कारण अपने बेटे को खो दिया।
हम न्यूज हरियाणा के माध्यम से सरकार से मांग करते हैं कि। इन दुकानदारों की मांग पर ध्यान दिया जाए। इन्हें अपना रोजगार करने के लिए, अपने परिवार का गुजर-बसर करने के लिए किसी भी जगह पर बैठा दिया जाए। ताकि ये अपना जीवन यापन कर सके।
न्यूज़ हरियाणा धर्म को श्रद्धांजलि अर्पित करता है व भगवान से प्रार्थना करता है कि उनके परिवार को शक्ति दे।