महेंद्रगढ़,7अप्रैल(परमजीत सिंह)।
नारी का अस्तित्व बचाने के लिए ग्रामीण आंचल में युवाओं को पौराणिक रूढ़ियों को तोड़कर जन-जन को जागरूक करना होगा। बेटा-बेटी की सोच को बदलकर कन्या को उसके अधिकार के साथ समाज को समर्पित करना होगा। नगर के साथ-साथ ग्रामीण वर्ग के पुरुष एवं महिलाओं को गर्भ में कन्या भ्रूण की हत्या रोकने के लिए गांव आनावास के दादी सुशीला देवी के घर जन्मी प्रपौत्री के कुआं पूजन के अवसर पर यह बात बुचावास उप स्वास्थ्य केंद्र के इंचार्ज देविंद्रा कुमारी ने कही।
गांव आनावास में बीते माह की दस मार्च को मोनिका ने एक कन्या को जन्म दिया था। जिसकी खबर सुनते ही उसके परिजनों ने इस नवजात कन्या का जन्म लड़के के जन्म से भी बढ़कर उत्सव के रूप में मनाये जाने का मन बना लिया था। जिसकों लेकर गुरूवार को गांव में कुआं पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जहां लड़के के जन्म पर जो भी कार्यक्रम किया जाता है वहीं कार्यक्रम कन्या के कुआं पूजन पर किया गया। जिसमें गांव व आस पास के लोगों ने पहुंचकर नवजात कन्या का अपना आशीर्वाद दिया।
इस मौके पर कन्या के पिता संदीप, दादा सुरेश कुमार, ताऊ प्रदीप, तोई योगिता, मामा आशीष, नान रतिराम, नानी राजेश्वरी सहित हीरा सिंह, जगमाल, बिरेंद्र, रामौतार, श्रीभगवान, राजबीर, कृष्ण, रामफल, राजेंद्र के अलावा परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।