महेंद्रगढ़,8अप्रैल(सुशील शर्मा)।
स्वर्गीय मणि देवी का चला जाना हम सब के लिए दुख की घड़ी है। दुख की अयाल में पूरा समाज सोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है। यह बातें उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कही। स्मरण रहे की सेवा निविृत नपा कर्मचारी मणि देवी का आकस्मिक निधन बिति 26 मार्च को गया था। आज उनके पैतृक स्थान पर शोक सभा व रस्म पगड़ी अदा की गई। इस अवसर पर उनके ज्येष्ठ पुत्र रोशन लाल जोशी को परिवार की ज़िम्मेदारी सौंपी गई।
शोक सभा का मंच संचालन करते हुए सुशील शर्मा ने बताया कि दिवंगत मणि देवी ने अपने पति के अकस्मात निधन के बाद बड़े ही मर्यादित ढंग से अनुशाशन पूर्वक 24 साल तक नगरपालिका महेंद्रगढ़ में नौकरी की। जिनके कार्यकाल को नगर ने बढ़ा ही सरहाया। जिस समय उनके पति का आकस्मिक निधन हुआ उस समय उनके तीन पुत्रियां व दो पुत्र सहित पांच संतान थी। जिसने सबसे बडी 12 साल की और सबसे छोटी 2 साल की पुत्री थी। उन्होंने सभी बच्चो को अच्छी शिक्षा व संस्कार दिये जिनमे उनमें एक पुत्र रोशन लाल आईटीबीपी में इंस्पेक्टर है तो वही दूसरा पुत्र सामाजिक कार्यकर्ता बनकर सामाजिक कार्यों में जुटा हुआ है मास्टर जयनारायण संस्कृति मंच का प्रधान है। सभी पुत्रियां अच्छी पढ़ी हुई है एम.ए बी.एड है। उस विषय परिस्थितियों से परिवार को उभारा और सभी को सक्षम बनाया और अच्छे संस्कार दिये।
इस अवसर पर भाजपा कार्यकारिणी सदस्य सुधीर दीवान, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश लावनियां, अनिल कौशिक, रामजीवन मित्तल, नरेश चेयरमैन, भीमसेन शास्त्री, कैलाश पाली, पवन खैरवाल, दयाशंकर तिवाड़ी, मनोज गौतम, देवकीनंदन सैनी, नवीन यादव, व्यापार मंडल के प्रधान सुरेंद्र बंटी, महेश जोशी आदि ने स्वर्गीय मणि देवी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके संस्कारों की यादों को शब्दों के माध्यम से बांटा।
इस मौके पर ब्राह्मण सभा के प्रधान दिनेश वैध, गौतम रामबिलास शर्मा, सूर्यप्रकाश कौशिक, पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी रमेश वैधजी, चेतन प्रकाश गौड़, महाबीर भांडोरिया, प्रमोद शास्त्री, विश्वनाथ मिश्रा, रोटरी क्लब के प्रधान मुकेश मेहता, नगरपालिका के प्रधान रमेश सैनी, पूर्व प्रधान रीना बंटी, रमेश बोहरा, कुलदीप शर्मा, रामलीला परिषद के प्रधान दिनकर बोहरा, डॉ. भूषण तिवाड़ी, डॉ. मनीष राव, सुकेश दीवान, बुद्धिप्रकाश एडवोकेट, सुभाष अग्रवाल, मनोज मोदी, सुरेश राजस्थानी, राजपाल गिरदावर, तुलसीराम झगडोली, शिव शंकर गर्ग, आदि गणमान्य जनों ने उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।