महेंद्रगढ़,18अप्रैल(अमरसिंह सोनी)।
स्थानीय रेलवे रोड़ पर स्थित मास्टर कॉलोनी में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन मंगलवार की कथा में वृंदावन धाम से पधारे कथा व्यास परमपूज्य योगेश जी महाराज के द्वारा महारास एवं श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह की कथा का वर्णन किया गया तथा कालोनी के बच्चों द्वारा श्रीकृष्ण रुकमणी की मनमोहक झांकियां भी पेश की गई।
धार्मिक प्रवक्ता अमरसिंह सोनी ने बताया कि बुधवार को सातवें दिन की कथा में गुरु जी के द्वारा श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता की कथा का वर्णन किया जाएगा।
बचीनी वाले परिवार एवं समस्त मास्टर कॉलोनी वासियों की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम के यजमान श्री मक्खनलाल बचीनी वाले एवं श्रीमती कमलेश देवी सपरिवार थे।जबकि कथा का पूजन आचार्य त्रिलोक शास्त्री के द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण से करवाया गया व श्री ओमप्रकाश शास्त्री जी के द्वारा मूल पाठ किया गया।
श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह की कथा का वर्णन करते हुए गुरु जी ने बताया की विदर्भ के राजा भीष्मक की पुत्री रुकमणी बहुत ही सुन्दर थी। वह मन ही मन भगवान श्री कृष्ण को अपना पति मान चुकी थी जबकि उसका भाई रुक्मी श्री कृष्ण से शत्रुता रखता था इसलिए उसने अपनी बहन रुक्मणी का विवाह शिशुपाल के साथ तय कर दिया । रुकमणी को जब इस बात का पता लगा तो वह बहुत दुखी हुई और उसने ठीक विवाह से पहले श्रीकृष्ण को संदेश भिजवाया कि वह अभी तुरंत मेरा हरण करके मुझे यहां से ले जाए। रुक्मणी का संदेश पाकर भगवान श्रीकृष्ण ने ऐसा ही किया और वे तुरंत रथ लेकर गिरिजा पूजन के समय मंदिर में पहुंचे और रुक्मणी का हरण करके अपने साथ द्वारका ले गए। आगे द्वारका में चलकर श्री कृष्ण और रुक्मणी का विवाह धूमधाम से सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर नगरपालिका प्रधान रमेश सैनी, पार्षद प्रतिनिधि संजय राठी,ओमप्रकाश बचीनी वाले, अजय बचीनी वाले, महेन्द्र यादव ट्रांसपोर्टर,नितिन अग्रवाल, रामगोपाल भूरावास,बाबुलाल कनीना,अनिल गर्ग लक्खा,सुरेश कनीना, प्रवक्ता अमरसिंह सोनी,गोविंद जी शर्मा ,देवेश पचौरी श्याम सुन्दर बृजवासी,मूला बृजवासी, मुरारी कौशिक, पंडित परमानंद बृथरे,नुपुर गर्ग,कृष्णा देवी, सन्तोष देवी, रूक्मणी देवी,शोभा रानी,ज्योति अग्रवाल,अंशिका,प्रतीक अग्रवाल ,सहित अनेक भक्तगण उपस्थित थे ।