महेंद्रगढ़,19अप्रैल(अमरसिंह सोनी)।
स्थानीय रेलवे रोड़ पर स्थित मास्टर कॉलोनी में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन बुधवार की कथा में वृंदावन धाम से पधारे कथा व्यास परमपूज्य योगेश जी महाराज के द्वारा श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह के उपलक्ष्य मे वरमाला कार्यक्रम सम्पन्न करवाया गया।
तथा सुदामा चरित्र की कथा का वर्णन किया गया। कार्यक्रम के दौरान सांसद चौधरी धर्मवीर जी ने भी कथा में पहुंचकर गुरु जी से आशीर्वाद लिया।कालोनी के बच्चों (पलक अग्रवाल, अंशिका अग्रवाल, रतनलाल राठी) द्वारा मनमोहक झांकियां भी पेश की गई।बचीनी वाले परिवार एवं समस्त मास्टर कॉलोनी वासियों की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम के यजमान श्री मक्खनलाल बचीनी वाले एवं श्रीमती कमलेश देवी सपरिवार थे।
जबकि कथा का पूजन आचार्य त्रिलोक शास्त्री के द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण से करवाया गया व श्री ओमप्रकाश शास्त्री जी के द्वारा मूल पाठ किया गया। धार्मिक प्रवक्ता अमरसिंह सोनी ने बताया कि दिनांक 20 अप्रैल वीरवार को प्रातः 9 बजे हवन पूजन एवं गुरु पूजा के साथ इस सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का समापन समारोह मनाया जाएगा ।
आज की कथा के दौरान गुरूजी ने बताया कि रुकमणी के द्वारा भेजे गए संदेश को पढ़कर भगवान श्री कृष्ण ने रुक्मणी का हरण किया और वे उसे द्वारका ले गए । द्वारका में श्री कृष्ण और रुक्मणी का विवाह धूमधाम से सम्पन्न हुआऔर वरमाला कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए गुरुजी ने बताया कि जीवन में हमारी मित्रता श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी होनी चाहिए। अपनी धर्मपत्नी के कहने पर गरीब सुदामा जब द्वारका पहुंचे तो भगवान श्री कृष्ण ने ऊंच-नीच और गरीब अमीर का भेदभाव मिटाकर उसे गले लगायाऔर उसकी सारी दरिद्रता को दूर किया।
इस अवसर पर नगरपालिका प्रधान रमेश सैनी,भाजपा नेता सुधीर दीवान,पवन खैरवार, चेयरमैन कंवरसिंह यादव,ललित एडवोकेट,पार्षद प्रतिनिधि संजय राठी,ओमप्रकाश बचीनी वाले, अजय बचीनी वाले, मदनलाल दादरी, रतनलाल दिल्ली, महेन्द्र यादव ट्रांसपोर्टर,नितिन अग्रवाल, रामगोपाल भूरावास,बाबुलाल कनीना,अनिल गर्ग लक्खा,सुरेश कनीना, प्रवक्ता अमरसिंह सोनी,गोविंद जी शर्मा ,देवेश पचौरी श्याम सुन्दर बृजवासी,मूला बृजवासी, मुरारी कौशिक, पंडित परमानंद बृथरे,नुपुर गर्ग,कृष्णा देवी, सन्तोष देवी, रूक्मणी देवी,शोभा रानी,ज्योति अग्रवाल,अंशिका,प्रतीक अग्रवाल ,सहित अनेक भक्तगण उपस्थित थे ।