महेंद्रगढ़, 21मई (सुरेश पंचोली)।
महेंद्रगढ़ एक छोटा शहर….! बड़ा भेद-बड़ा धमाका।
हिंदुस्तान का इकलौता शहर महेंद्रगढ़ जहां पर चलती है ऑटो रिक्शा वालों की मनमर्जी।
महेंद्रगढ़ शहर में ऑटो रिक्शा वालों की अपनी मनमर्जी चलती है।किसी जगह का कोई किराया निश्चित नहीं है, जो ऑटो वाले ने कह दिया बस वही रामबाण।
➡ कोई ट्रैफिक नियम नहीं कोई निश्चित/निर्धारित किराया नहीं.. कोई यूनियन का प्रधान नहीं..प्रशासन मौन किसी के पास कोई जवाब नहीं।
➡ ट्रैफिक अधिकारी के मुताबिक जिले में 1500 से अधिक ओटो रिक्शा चल रहे हैं। जिनमे महेंद्रगढ़ शहर एवं ग्रामीण इलाकों में लगभग 400 के करीब ओटो रिक्शा चल रहे हैं।
➡400 से 500 के करीब ऑटो रिक्शा चलते हैं इस शहर में। जबकि रजिस्ट्रेशन कुछ एक आटो के ही हैं बाकी चल रही है मनमर्जी।
➡ केवल तीन से चार किलोमीटर की परिधि में ही महेंद्रगढ़ शहर बसता है। जबकि महानगरों में यह किराया सिटी सेवा के नाम पर ₹20 होता है जबकि यहां पर मनमर्जी से 60 से 80 रुपए प्रति व्यक्ति किराया वसूला जाता है ।जिस पर कोई भी अंकुश नहीं है सब मौन है।

➡ क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में महेंद्रगढ़ जिला ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज जगदीश जी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ शहर जिला मुख्यालय नारनौल से ट्रैफिक कंट्रोल के लिए संचालित होता है।हमने यहां पर चार-पांच कर्मचारी ट्रैफिक पुलिस के लगाए हुए हैं जो कि समय-समय पर सब चीजों की जांच करते हैं और अनियमित पांए जाने पर उनका चालान भी करते हैं और आगे भी हम इस संबंध में उचित कार्रवाई करेंगे।
➡ महेंद्रगढ़ शहर नगर पालिका के अध्यक्ष रमेश सैनी से इस संबंध में बात हुई तो उन्होंने हमेशा की तरह वही रटा-रटाया जवाब दिया कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।आज आपके द्वारा यह मामला संज्ञान में लाया गया इस संबंध में उच्च अधिकारियों से बात करके इस समस्या का समाधान करने का प्रयास करूंगा।
➡ यह कहावत चरितार्थ है “अंधेर नगरी चौपट राजा, देखना हो तो हिंदुस्तान के हरियाणा प्रांत के महेंद्रगढ़ शहर में आजा।
➡ 80% ऑटो चला रहे हैं झारखंड, बिहार एवं यूपी के लोग जो कि अपने मनमर्जी से यहां के लोगों को लूट रहे हैं। जिनमे आधे से ज्यादा के पास लाइसेंस तक भी नहीं है,वहीं नियमों को ताकपर रखकर चलाते हैं वाहन और आम जनता इनसे परेशान है जबकि यहां के स्थानीय विधायक, प्रशासन एवं उच्च अधिकारियों को इस संबंध में कोई मतलब नहीं है यहां की गरीब जनता लूटे तो लूटो।
➡ सबसे आसान तरीका है ₹30000 भरकर ऑटो रिक्शा फाइनेंस करो और महेंद्रगढ़ शहर में चलाओ बिना मर्जी के , बिना कोई आपत्ति के यहां पर लोगों को लूटो और कमाओ यह एक दयनीय स्थित है इस शहर की।इस संबंध में हम सिर्फ इतना ही कहना चाहेंगे कि उच्च अधिकारियों एवं प्रशासन के लोगों को इस तरफ ध्यान देना जरूरी है,क्योंकि यह आम लोगों की एक मूलभूत आवश्यकता है।