Tuesday, June 17, 2025
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देश और विदेश में हाथरसी लोकनाट्य को पुनः स्थापित करेंगे हाथरस के बच्चे- विधायक मंजुला माहौर

हाथरस,4जून(खेमचंद यदुवंशी)।
● भारतेन्दु नाट्य अकादमी (सँस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश शासन) लखनऊ द्वारा हाथरस में पहली बार आयोजित लोकनाट्य रंग-पाठशाला के प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन।
●  शहर के लक्ष्मी नगर स्थित सेन्ट. आर. एच. कॉन्वेन्ट स्कूल  व आसपास के 23 बच्चों को  अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोकनाट्यविद आचार्य डॉ. खेमचन्द यदुवंशी ने सिखाये अभिनय, गायन व नृत्य के अभिनव गुण और रंगमंच की बारीकियां।
● हाथरस की सदर विधायक मंजुला माहौर ने आचार्य डॉ. खेमचन्द यदुवंशी व आशुकवि अनिल बोहरे के प्रयासों और कार्यशाला के प्रतिभागियों की मुक्त कंठ से की सराहना।

देश और विदेश में हाथरसी लोकनाट्य को पुनः स्थापित करेंगे हाथरस के बच्चे, इसकी शुरुआत भी हाथरस से ही की जाएगी। इस बार इन प्रशिक्षित बच्चों और स्थानीय लोगों के द्वारा मंचित जाएगी इस बार हाथरस की रामलीला।”
उक्त सूक्तिवाक्य सदर मुख्य अतिथि विधायक मंजुला माहौर ने शहर के लक्ष्मी नगर स्थित सेन्ट. आर. एच.कॉन्वेन्ट स्कूलमेंलोकपरंपराओं और लोकनाट्यों से नई पीढ़ी को जोड़ने के उद्देश्य से 7 दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर कहे, जिसकी अध्यक्षता भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गौरव आर्य द्वारा की गई तथा मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक मंजुला माहौर मंचासीन रहीं। 
विशिष्ट अतिथि के रूप में योगाचार्य रूप राम शर्मा,अनिल वार्ष्णेय (तेल वाले), सुरेश अग्रवाल (अध्यक्ष- व्यापार फैडरेशन), रामेश्वर सारस्वत (अध्यक्ष राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ), डा जितेन्द्र शर्मा (सचिव काका हाथरसी स्मारक समिति), श्रीमती कान्तेश गौड (बडौदा),वरिष्ठ कवि ग़ाफ़िल स्वामी, श्याम बाबू चिन्तन,पंडित हाथरसी,सोनाली वार्ष्णेय,रोशन लाल वर्मा, 
प्रभू दयाल दीक्षित ‘प्रभू’ उपस्थित रहे।
इससे पूर्व सभी ने माँ सरस्वती जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर आयोजन का उद्धाटन किया।स्कूल के निदेशक एडवोकेट अजय किशोर गौड़ ने सभी का स्वागत किया तथा आचार्य डॉ. यदुवंशी शास्त्री ने कार्यशाला के उद्देश्य व बच्चों के लिए इसकी उपादेयता पर प्रकाश डाला।
मुख्यअतिथि सदर विधायक मंजुला माहौर ने प्रशिक्षण शिविर के प्रशिक्षणार्थियों जरीना बानो ने डॉ. खेमचन्द यदुवंशी और आशुकवि अनिल बोहरे के प्रयासों और बच्चों के प्रतिभा प्रदर्शन की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कार्यशाला में प्रशिक्षित बच्चों को सँस्कृति विभाग से जोड़ने का अस्वासन दिया।
तदोपरांत प्रशिक्षार्थियों ने डॉ. खेमचन्द यदुवंशी द्वारा लिखित व निर्देशित लोकनाट्य- ‘केवट के राम’ का भव्यता पूर्वक मन्चन किया जिसमें जल प्रदूषण को रोकने और ईश्वर के आस्था रखने की शिक्षा दी गयी।

प्रशिक्षण में भाग लेने वाले बच्चे

प्रशिक्षण लेने वाले प्रतिभाशाली बच्चे

ऋतुराज यादव, ध्रुव सारस्वत, नन्दिनी गौड़, अंशिका गोला, याशिका शर्मा, करिश्मा कुशवाह, उत्तम सारस्वत, धारणा कौशिक, शिवम कुशवाह, राधिका गोला, पायल गौड़, दिव्यांशी गौड़, पण्डित दीपक गिरि, अयान अली, जॉइब खान, ह्नशिता गुप्ता, ऊर्वशी वर्मा, प्रिंसी चौधरी, प्रद्युमन यादव, आदित्यराज दीक्षित, राघव उपाध्याय, हिमांशु शर्मा, श्रद्धा कौशिक आदि।

संगत कलाकर

मास्टर वासुदेव नागर (हार्मोनियम), उस्ताद इब्राहिम खान (नक्कारा), अशोक कुमार नागर (ढोलक-वादक)

आयोजन में सहयोगी

सुनीता शर्मा, श्रीकांता शर्मा, सविता अग्रवाल, पूनम शर्मा, रिंकी अग्रवाल, प्रिया गुप्ता, गायत्री निमरा, प्रीति कुशवाह, संतोषी देवी, सीमा देवी, हेमा,नेहा, दीपक कुमार,  गुड्डन कुमारी, निशा कुरेशी, नीतू सिंह, हर्शी वार्ष्णेय, रेनू सारस्वत, पूजा सिसोदिया, भारती धकरा, रिंकी अग्रवाल, बंटी गोस्वामी का सहयोग सराहनीय रहा।
कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त आशुकवि अनिल बोहरे द्वारा किया तथा विद्यालय के उप प्राचार्य मोहित गौड़ ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
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