नई दिल्ली,4जून (ब्यूरो)।
गत दिवस रविवार को भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग महासंघ (IABF) की आम सभा का आयोजन नई दिल्ली के होटल सोपान हाइट्स, करोल बाग में हुआ। इस अहम बैठक में देशभर से 27 राज्यों, 6 केंद्र शासित प्रदेशों और 5 खेल बोर्डों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान हुए चुनाव में डॉ. राकेश मिश्र को सर्वसम्मति से महासंघ का नया अध्यक्ष चुना गया। वही डॉ विपिन कुमार मढ़ोगढ़िया को सीईओ का कार्यभार संभालना है।उनका कार्यकाल वर्ष 2025 से 2029 तक रहेगा।
चुनाव की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव अधिकारी डॉ. अनुपम गोयल (पूर्व अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश) ने सम्पन्न कराया। चुनाव राष्ट्रीय खेल विकास संहिता 2011, भारतीय ओलंपिक संघ और IABF के संविधान के अनुसार हुआ।
विभिन्न कमेटियों और आयोगों के लिए चेयरमैन व सदस्य नामित किए। साथ ही, वर्ष 2025-26 के लिए मुक्केबाजी खेल कैलेंडर भी तैयार कर लिया गया है।
डॉ. विपिन ने बताया कि कई राज्यों ने राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित करने की रुचि दिखाई है। ऐसे आयोजकों को IABF की ओर से ₹2 लाख की वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, केंद्र सरकार की 75:25 योजना के तहत उन्हें एक आधुनिक बॉक्सिंग रिंग, 50 जोड़ी ग्लव्स, हेड गियर, कंप्यूटर स्कोरिंग मशीन और चार डिजिटल वजन मापने की मशीनें भी प्रदान की जाएंगी।
हाल ही में श्रीलंका के कोलंबो में आयोजित एशियन अंडर-22 और यूथ मुक्केबाजी प्रतियोगिता (10-24 मई 2025) में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। भारतीय टीम ने एक स्वर्ण, छह रजत और दस कांस्य पदक हासिल किए। इस टीम में 19 मुक्केबाज, 2 कोच, 2 मैनेजर, 5 तकनीकी अधिकारी और 4 पदाधिकारी शामिल थे। पाँच तकनीकी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में भाग भी लिया।
डॉ. विपिन मधोगाढ़िया ने इस उपलब्धि पर पूरी टीम को बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आशा जताई कि भारतीय मुक्केबाजी आने वाले समय में वैश्विक स्तर पर और मजबूती से उभरेगी। उन्होंने भारतीय ओलंपिक संघ, खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण का आभार जताया और कहा कि इन संस्थाओं के सहयोग से मुक्केबाजी के बुनियादी ढांचे को और मजबूत किया जाएगा।
डॉ. मिश्र व डॉ विपिन मढ़ोगढ़िया ने निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए डॉ. अनुपम गोयल का आभार प्रकट किया और सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य मुक्केबाजी को हर राज्य और हर युवा तक पहुँचाना है, जिससे भारत एक मजबूत मुक्केबाजी राष्ट्र बन सके।