महेंद्रगढ़,7 जून(परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेन्द्रगढ़ में माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा ‘खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य और रोगों में माइक्रोबियल बायोफिलम्स‘ विषय पर आयोजित दस दिवसीय ‘ज्ञान‘ (ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ अकैडमिक नेटवर्क्स) पाठ्यक्रम का समापन हो गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग को ‘ज्ञान‘ कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई और सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने संकाय सदस्यों को इस प्रकार के अकादमिक आयोजनों को नियमित रूप से आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे विद्यार्थियों को लाभ मिल सके।
समापन सत्र की अध्यक्षता स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेज के डीन प्रो. दिनेश कुमार गुप्ता ने की। उन्होंने ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. गुंजन गोयल ने दस दिवसीय पाठ्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इस कोर्स के विशेषज्ञ वक्ता प्रो. अरुण कुमार भूनिया ने सूक्ष्मजीव जैव-फिल्मों के गठन, तंत्र, पहचान और नियंत्रण के सभी पहलुओं पर प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी। साथ ही प्रयोगशाला में जैव-फिल्मों की पहचान और सूक्ष्मदर्शीय विश्लेषण की विधियों का प्रदर्शन भी किया गया। प्रो. अरुण कुमार भूनिया ने छात्रों को ऐसे आयोजनों में भाग लेने और अपने करियर लक्ष्यों को निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया। समापन सत्र में प्रतिभागियों को उनके ग्रेड कार्ड विश्वविद्यालय कुलपति द्वारा प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का समापन माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागध्यक्ष प्रो. विकास बेनीवाल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर प्रो. सुरेन्द्र सिंह, डॉ. जितेन्द्र कुमार सैनी, डॉ. पूजा यादव और डॉ. अविजित कुमार प्रमाणिक भी उपस्थित रहे।
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