नारनौल,10 जून(परमजीत सिंह /गजेन्द्र यादव)। चिलचिलाती गर्मी में बढ़ती पेयजल की मांग ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान की महत्ता को और अधिक बढ़ा दिया है। माननीय जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री के निर्देशानुसार यह अभियान गत माह से प्रदेशभर में जारी है।
गांवों और शहरों में अनेक उपभोक्ता ऐसे हैं, जो पेयजल का उपयोग पीने के अलावा बगीचों की सिंचाई, यहां तक कि खेतों की सिंचाई के लिए भी कर रहे हैं। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से बूस्टिंग स्टेशन तक पानी पहुंचाने के लिए जो मैन लाइन बनाई गई है, उसमें कई उपभोक्ताओं ने मनमाने ढंग से सुराख कर अवैध रूप से कनेक्शन ले रखे हैं। इसके कारण गांवों की सप्लाई के लिए बने बूस्टरों में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंच पाता।
विशेष रूप से निजामपुर और नांगल चौधरी क्षेत्र के राजस्थान सीमा से सटे गांवों के बूस्टरों में बहुत कम दबाव से पानी पहुंचता है। इसका मुख्य कारण मैन लाइन में लिए गए अवैध कनेक्शन हैं। इन्हीं कनेक्शनों को बंद करने के लिए विभाग द्वारा बीते एक माह से लगातार अभियान चलाया जा रहा है, ताकि अंतिम छोर पर बसे गांवों तक सुचारु रूप से पेयजल पहुंच सके।
जानकारी देते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार मंगतु राम सरसवा ने बताया कि जिले के प्रत्येक खंड में टीमों का गठन किया जा चुका है। पेयजल को लेकर सबसे अधिक समस्या निजामपुर, नारनौल और नांगल चौधरी के अंतिम छोर पर बसे गांवों में है। इन समस्याओं की जड़ है—वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और बूस्टर की मैन लाइन के समीप बसी फैक्ट्रियां, होटल, पार्क व रेस्टोरेंट, जिन्होंने बिना विभागीय अनुमति के मैन लाइन में अवैध रूप से कनेक्शन ले रखे हैं।
कई उपभोक्ता तो इन कनेक्शनों से खेती की सिंचाई करते पाए गए हैं। बता दें कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग केवल पीने के पानी की आपूर्ति करता है, न कि कृषि कार्यों के लिए। खेती की सिंचाई के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग विभाग गठित किया गया है।
जिला सलाहकार ने कहा कि बढ़ती गर्मी और पेयजल की मांग को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक उपभोक्ता को अपने पेयजल कनेक्शन पर टोंटी अवश्य लगानी चाहिए। ओवरहेड टैंक पर वाटर अलार्म लगवाना चाहिए और जल का अत्यधिक उपयोग न करते हुए आवश्यकता अनुसार ही प्रयोग करना चाहिए। जल पुनः उपयोग, संरक्षण और वर्षा जल संग्रहण तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है।
मैन लाइन में लगे अवैध कनेक्शन काटने हेतु कनिष्ठ अभियंता प्रवीण कुमार दहिया ने जेसीबी बुलवाकर धनौता रोड पर अभियान चलाया, जिसमें सड़क खुदवाकर मैन लाइन से 5 अवैध कनेक्शन हटाए गए। उन्होंने बताया कि चोरी-छिपे मैन लाइन से कनेक्शन लेने वालों के कारण जहां गांवों को पेयजल संकट झेलना पड़ रहा है, वहीं विभाग को इन्हें हटवाने के लिए अतिरिक्त मेहनत और व्यय करना पड़ रहा है।
इसी क्रम में जेई एनपी रंगा की अगुवाई में जाटगुवाना गांव में 4 अवैध कनेक्शन हटाए गए, जो जल की बर्बादी का कारण बन रहे थे। इसके अलावा सैदपुर, बसई, पड़तल और ढाणी कुम्हारान गांवों में भी जन जागरूकता अभियान के अंतर्गत पेयजल कनेक्शनों का निरीक्षण किया गया।
आज कुल 136 पेयजल कनेक्शनों का निरीक्षण किया गया। जिले में अब तक विभागीय टीमों द्वारा कुल 176 अवैध कनेक्शन काटे जा चुके हैं। इस अवसर पर बीआरसी अशोक कुमार, धर्मेंद्र, विक्रम सिंह, पूजा रानी, मोहित कुमार तथा फिटर स्टाफ की टीम उपस्थित रही।
#newsharyana