महेन्द्रगढ़,11 जून(परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
-इंसानियत का पाठ पढ़ाती रहेंगीं संत कबीर की शिक्षाएं
कबीर दास समाज में फैली कुरीतियों और सामाजिक बुराइयों के बड़े आलोचक थे। उन्होंने इंसान को सही अर्थों में इंसान बनाने के लिए जीवन भर प्रयास किया।संत कबीर बहुत अच्छे विचारक और उच्च कोटि के कवि रहे।उन्होंने अपनी भाषा सरल और सुबोध रखी ताकि वह आम आदमी तक पहुंच सके। कबीर साहेब को शांतिमय जीवन प्रिय था और वे अहिंसा,सत्य,सदाचार आदि गुणों के प्रशंसक थे। अपनी सरलता,साधु स्वभाव तथा संत प्रवृत्ति के कारण आज विदेशों में भी उनका समादर हो रहा है। कबीर साहेब सिर्फ मानव धर्म में विश्वास रखते थे। उक्त विचार सवेरा स्वयंसेवी संस्था के प्रदेश अध्यक्ष मनोज गौतम ने सतनाली मोड़ महेंद्रगढ़ स्थित जीआर इंस्टिट्यूट कैंपस में हारट्रोन स्किल सेंटर फॉर कंप्यूटर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के सभागार में कबीर जयंती के अवसर पर व्यक्त किए। इस अवसर पर मोनिका जून, नेहा,पूनम यादव एवं अन्य विद्यार्थियों ने कबीर के दोहे सुनाकर उनकी शिक्षाओं का वर्णन विस्तार से किया। कार्यक्रम में करण, नरेश, हिमेश, रोहित, जोगेंद्र, अमित, सारिका,अंतिम, शिवानी आदि काफी संख्या में विद्यार्थियों ने सत कबीर दास के दोहे सुनाएं।
#newsharyana