नारनौल, 26 जून(परमजीत सिंह/गजेन्द्र यादव)।
हरियाणा सरकार द्वारा ग्रामीण विकास को गति देने और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत, उपायुक्त डॉ. विवेक भारती के कुशल मार्गदर्शन में, आज जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार ने नांगल चौधरी खंड स्थित थनवास, नांगल सोढा, और बनिहाडी गांवों में मनरेगा स्कीम के तहत बन रहे अमृत सरोवरों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने इन परियोजनाओं में हरियाणा सरकार की दूरदर्शिता और जनहितैषी नीतियों की सराहना की।
सीईओ मनोज कुमार ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी अमृत सरोवरों पर पौधारोपण ‘मियावाकी पद्धति’ से किया जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह पद्धति कम समय में घने वन विकसित करने में सहायक है, जिससे इन सरोवरों के आसपास हरियाली बढ़ेगी और पर्यावरणीय संतुलन बेहतर होगा। यह कदम हरियाणा सरकार की पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
निरीक्षण के दौरान, उन्होंने सिंचाई विभाग द्वारा पंचायत में बनाए गए वाटर स्टोरेज टैंक का भी जायजा लिया और उनके चारों ओर सघन पौधारोपण के निर्देश दिए। सीईओ ने विशेष रूप से मियावाकी पद्धति से अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनकी उचित देखभाल सुनिश्चित करने पर बल दिया, ताकि ये जल स्रोत न केवल जल संचयन में सहायक हों, बल्कि जैव विविधता को भी बढ़ावा दें।
हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई अमृत सरोवर योजना न केवल जल संकट से निपटने में सहायक है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी पैदा कर रही है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।
उपायुक्त डॉ. विवेक भारती के दिशा-निर्देशों में चल रही यह पहल जिले के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस अवसर पर एबीपीओ विकास यादव और ग्राम सचिव महेश कुमार भी उपस्थित रहे।
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