यमुनानगर,28जून (ब्यूरो)।
यमुनानगर जिले के कैल गांव में 14 अप्रैल 2025 को हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
कैसे हुआ खुलासा
आरटीआई से रैली के खर्चे का ब्यौरा मांगा गया था। रैली स्थल पर पत्रकारों के लिए 125 कुर्सियां लगी थी।
RTI के जवाब में आया कि 3 हजार पत्रकारों को खाना खिलने पर कुल साढ़े चार लाख रुपए खर्च किए गए।
जबकि पत्रकारों के लिए 125 कुर्सियां लगी थी। वैसे भी सोचने की बात है की रैली में 3000 पत्रकार कहां से आएंगे।
पत्रकारों के अलावा अन्य लोगों को साढे 95 लाख रुपए का खाना खिलाया गया यह RTI के तहत पूरी जानकारी में सामने आया है।
इसके अलावा रैली में 9 करोड़ 78 लाख रुपए का खर्च बताया गया है जो जांच का विषय है।
करोड़ों रुपए बिना बिल के ही पास किए जाने की सूचना है।
किसने मांगी आरटीआई
आरटीआई एक्टिविस्ट चिराग सिंगल ने मांगा था खर्चे का ब्यौरा। उन्होंने कहा कि अगर इसकी जांच करवाई जाए तो बहुत बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।
RTI से ली गई जानकारी कई सवाल खड़े करती है। और सवाल उठता है की रैली पर किया जाने वाला इतना खर्च कहां से आ रहा है? सवाल यह भी है कि किसका पैसा कौन खा रहा है। सवाल यह भी है क्या यह सब प्रधानमंत्री की जानकारी में है। या उनकी बिना जानकारी के ही लोग गोलमाल कर रहे हैं। हमारा मकसद है यह बात प्रधानमंत्री तक पहुंचनी चाहिए। बाकी सवाल देश की जनता पर छोड़ते हैं।
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