महेंद्रगढ़, 29 जून (परमजीत सिंह)।
आर्य समाज मन्दिर महेंद्रगढ़ के पावन प्रांगण में वेद प्रचार मंडल जिला महेंद्रगढ़ एवं आर्य समाज महेंद्रगढ़ के तत्वावधान में साप्ताहिक यज्ञ एवं सत्संग का आयोजन पर्यावरण शुद्धि और सामाजिक कल्याण की कामना से किया गया।
जिसकी अध्यक्षता आर्य समाज के प्रधान पंडित भूपेंद्र सिंह आर्य ने की,बहन रानी आर्या मुख्य यजमान रही तथा बृहस्पति शास्त्री यज्ञ ब्रह्मा के स्थान पर उपस्थित रहे।
आर्य समाज के मंत्री डॉ विक्रांत डागर ने यज्ञ का हमारे जीवन में महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहां की
वैदिक यज्ञ का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। यह एक प्राचीन धार्मिक अनुष्ठान है जो न केवल आध्यात्मिक विकास में सहायक है, बल्कि सामाजिक और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। त्याग, समर्पण और शुभ कर्म का प्रतीक है, जिसमें अग्नि के माध्यम से देवताओं को आहुति दी जाती है जिससे वातावरण शुद्ध होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
यज्ञ व्यक्ति को आत्मा की शुद्धि और परमात्मा से जुड़ने में मदद करता है। यह कर्म योग का एक रूप है, जहां व्यक्ति अपने कर्मों को यज्ञ के माध्यम से भगवान को अर्पित करता है।
बृहस्पति शास्त्री ने बताया की यज्ञ में सामूहिक रूप से भाग लेने से सामाजिक एकता और सहयोग की भावना बढ़ती है।
यह समाज में सकारात्मकता और सद्भाव लाने में मदद करता है।
यज्ञ में उपयोग होने वाली औषधियां और मंत्रों का उच्चारण वातावरण को शुद्ध करते हैं, जिससे प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। यह वायुमंडल को शुद्ध करके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल बनाता है।
यज्ञ के दौरान उच्चारित मंत्रों और धुएं से मानसिक शांति और एकाग्रता में वृद्धि होती है। यह तनाव और चिंता को कम करने में भी सहायक है।
यज्ञ एक ऐसा अनुष्ठान है जो परिवार और समुदाय को एक साथ लाता है। यह एक-दूसरे के साथ सहयोग और समर्थन की भावना को बढ़ावा देता है।
इस अवसर पर पुष्पा शास्त्री, बीर सिंह मेघवनवास, एडवोकेट मानव आर्य, महेंद्र दीवान, दीपक आर्य आदि लोगों ने यज्ञ में आहुति दी तथा परमपिता परमेश्वर से सर्व मंगल की कामना की।