Monday, June 30, 2025
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मलेरिया व डेंगू उन्मूलन को लेकर डीसी डॉ. विवेक भारती की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

नारनौल, 30 जून (विष्णु शर्मा/गजेन्द्र यादव)।
प्रत्येक रविवार को घरों में तथा प्रत्येक सोमवार को कार्यालय में चलाएं अभियान

मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार मलेरिया व डेंगू मुक्त हरियाणा के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से आज लघु सचिवालय में उपायुक्त डॉ. विवेक भारती की अध्यक्षता में मलेरिया व डेंगू उन्मूलन अभियान को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मलेरिया के प्रसार को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए जन जागरूकता और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना था। उन्होंने कहा कि इस कार्य में विशेष कर शिक्षा विभाग हर रोज स्कूलों में प्रार्थना के दौरान बच्चों को मलेरिया रोकथाम के बारे में जानकारी दें। उन्होंने पंचायत तथा शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्रों में यह अभियान चलाना सुनिश्चित करें। रोडवेज विभाग अपने यहां खाली टायरों में पानी ना ठहरने दें।
उपायुक्त डॉ. विवेक भारती ने जिला के नागरिकों से आह्वान किया है कि मलेरिया व डेंगू के मच्छरों के पनपने वाले स्थानों को समाप्त करने के लिए प्रत्येक रविवार को अपने घरों में ‘सूखा दिवस’ मनाएं। इसी प्रकार प्रत्येक सोमवार को सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों में भी ‘सूखा दिवस’ मनाया जाए।
इस अभियान के दौरान पानी के बर्तनों, कूलर, पानी की टंकियों, फ्रिज की ट्रे, गमले और घर के आसपास जमा होने वाले सभी स्थानों को खाली करके पूरी तरह से सुखाने पर जोर रहेगा ताकि मच्छर के अंडे व लार्वा को पनपने से रोका जा सके। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

यह हैं मलेरिया व डेंगू के लक्षण

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि मलेरिया व डेंगू एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित मच्छर के काटने से फैलती है। इसके सामान्य लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द और सर्दी व कंपन (ठंड लगना) शामिल हैं।

मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए क्या करें

सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने बताया कि पानी के बर्तनों व टंकियों इत्यादि को पूरी तरह ढक कर रखें। छत पर पड़े मटके, टायर, बोतल तथा अन्य टूटे-फूटे बर्तनों को हटा दें ताकि इनमें बरसात का पानी जमा न हो सके। अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें। पानी से भरे गड्ढों में मिट्टी भर दें। यदि यह संभव नहीं हो तो खड़े पानी में मिट्टी का तेल या काला तेल डाल दें। उन्होंने बताया कि पूरी बाजू के कपड़े पहने। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें। ठहरे हुए पानी जैसे कुओं, तालाबों व अन्य जलाशयों में गम्बूजिया मछली डालें। यह मछली मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को खा जाती है।

मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए क्या ना करें

डॉ अशोक कुमार ने बताया कि घरों के अंदर व आसपास के गड्ढों में 7 दिन से अधिक पानी इकट्ठा न होने दें। पुराना सामान जैसे टायर, ट्यूब, खाली डिब्बे, पॉलिथीन के लिफाफे खुले में न फेंकें, ताकि बरसात का पानी उसमें इकट्ठा न हो। यदि कुलर प्रयोग में नहीं लाया जा रहा है तो उसमें पानी इकट्ठा न होने दें। हैंड पंप व नल के आसपास पानी जमने होने दें। उन्होंने बताया कि टायर, ट्यूब खाली डिब्बे खुले में ना छोड़े। यदि अंदर रखना संभव न हो तो उन्हें ढक कर रखें। घर में कीटनाशक छिड़काव के बाद कम से कम 3 महीना तक लिपाई, सफेदी और रंग रोगन ना करें।

डेंगू टेस्ट के लिए केवल 650 रुपए ही चार्ज कर सकते हैं निजी अस्पताल

उन्होंने बताया कि डेंगू में कार्ड टेस्ट केवल सन्देह बताता है। उसे प्रमाणित करने के लिए ऐलिसा टेस्ट करवाते हैं । उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ही कनफर्म्ड केस माना जाता हैं। प्राइवेट हॉस्पिटल डेंगू टेस्ट के लिए केवल 650 रुपये ही चार्ज कर सकते हैं।
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