महेंद्रगढ़, 11 जुलाई (परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
मुंडिया खेड़ा में अनीमिया मुक्त भारत, जनसंख्या नियंत्रण एवं लिंगानुपात पर जागरूकता मीटिंग आयोजित की गई।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मुंडिया खेड़ा में चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप के नेतृत्व में अनीमिया मुक्त भारत प्रोग्राम, जनसंख्या नियंत्रण एवं संतुलित लिंगानुपात पर एक जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जनस्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई।
डॉ. संदीप ने अनीमिया मुक्त भारत अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि खून की कमी (अनीमिया) से बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ता है जिससे वे शिक्षा व खेलकूद जैसे क्षेत्रों में पिछड़ सकते हैं। इस समस्या के समाधान हेतु गांवों में स्वास्थ्य कैंप लगाए जा रहे हैं जिनमें कम्पोनेंट – परीक्षण, उपचार, बातचीत और ट्रैकिंग – पर विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि:
6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को सप्ताह में दो दिन आशा वर्कर द्वारा आयरन सिरप पिलाया जा रहा है।
6 वर्ष से 9 वर्ष, 10 से 19 वर्ष के किशोरों, और गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं को आयरन की गोलियां दी जा रही हैं ताकि खून की कमी को दूर किया जा सके।
इसके साथ ही जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने हेतु “हम दो, हमारे दो” के नारे की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला गया। सहेली प्रोग्राम के अंतर्गत सभी गर्भवती महिलाओं की ट्रैकिंग की जा रही है जिससे भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
इस अवसर पर डॉ. विजेंदर, हेल्थ इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र व ब्लॉक आशा कोऑर्डिनेटर दिनेश कुमार सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।
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