महेंद्रगढ़,27 जुलाई (परमजीत सिंह /शैलेन्द्र सिंह)।
जिले की जनता इस समय गहरे असंतोष और निराशा में है। कारण है महेंद्रगढ़ एसडीएम अनिल यादव का हाल ही में हुआ स्थानांतरण। यह वही अधिकारी हैं जिन्होंने न केवल प्रशासनिक कुशलता दिखाई, बल्कि वर्षों से उपेक्षित महेंद्रगढ़ शहर को विकास की नई दिशा दी। जनता का मानना है कि उनके प्रयासों से शहर में वर्षों से जमे अतिक्रमण हटाए गए, मुख्य मार्गों का निर्माण हुआ, खुले रास्ते बहाल किए गए और कई अन्य लंबित कार्यों को गति मिली।
को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व डायरेक्टर बीर सिंह यादव का कहना है कि पहले एसडीएम हैं जिन्होंने क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी, जनसुनवाई को गंभीरता से लिया और ज़मीन पर काम करके दिखाया। महेंद्रगढ़ जैसे पिछड़े माने जाने वाले क्षेत्र में उन्होंने यह भरोसा पैदा दिलाया कि यहा भी प्रशासनिक ईमानदारी और विकास संभव है।
उन्होंने कहा कि “यह तबादला सिर्फ एक अधिकारी का नहीं, बल्कि महेंद्रगढ़ की जनता की उस उम्मीद का भी तबादला है जो उन्होंने वर्षों बाद किसी प्रशासनिक अफसर पर जताई थी।”

न.पा उप प्रधान मंजू कौशिक का कहना है कि प्रदेश सरकार को यह समझना होगा कि प्रशासनिक बदलाव केवल आदेश की बातें नहीं होतीं, यह जनता के भावनात्मक और विकासात्मक जुड़ाव का विषय भी होता है। अगर इस निर्णय की पुनः समीक्षा नहीं हुई, तो यह ना केवल क्षेत्रीय विकास को झटका देगा, बल्कि जनता का शासन में विश्वास भी डगमगा सकता है।
उन्होंने कहा कि जनता ने वर्षों से जो विश्वास खोया था, वह महेंद्रगढ़ एसडीएम अनिल यादव जैसे अफसरों की कार्यशैली से दोबारा लौटा था। अब वह भरोसा फिर टूटने के कगार पर है।

समाजसेवी रामनिवास पाटोदा का कहना है कि
महेंद्रगढ़ एसडीएम अनिल यादव द्वारा बिना किसी भेदभाव और समस्त व्यापारियों को साथ लेकर लोगों के जनहित में कार्य किए है। उनके नेतृत्व में ही आज शहर को अतिक्रमण से मुक्ति मिली, जिससे न केवल यातायात सुगम हुआ, बल्कि दुकानदारों और आम जनता को भी भारी राहत मिली जिसे आज तक महेंद्रगढ़ मे आए कोई भी अधिकारी नहीं कर पाया था। उनकी वजह से ही महेंद्रगढ़ को प्रशासनिक शिथिलता से निकालकर जवाबदेही की राह पर लाया गया ।

महेंद्रगढ़ के समस्त लोगों द्वारा जहा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से अपील है कि इस तबादले को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए और अनिल यादव को पुनः महेंद्रगढ़ में ही पदस्थापित किया जाए। वर्षों से विकास के लिए तरसती इस धरती को जब एक ईमानदार और कार्यकुशल अफसर मिला तो उसे अचानक हटाना जनहित के विपरीत प्रतीत होता है। इसको लेकर बीते शुक्रवार को महेंद्रगढ़ विधायक कंवर सिंह को भी एक लिखित मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम सोपा जिसको लेकर उन्होंने उम्मीद जताई है कि वह मुख्यमंत्री से बात कर इस तो बदले को रुकवाने का प्रयास करेंगे।
अब देखना यह है कि प्रदेश सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है महेंद्रगढ़ के हित में या खिलाफ।
#newsharyana