Friday, August 1, 2025
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हरियाणा-राजस्थान की संयुक्त कार्रवाई में महिला भ्रूण हत्या का गिरोह बेनकाब

नारनौल पीसी-पीएनडीटी टीम की बड़ी सफलता, तीन आरोपी गिरफ़्तार, एक फरार

नारनौल, 31 जुलाई (परमजीत सिंह/गजेन्द्र यादव)।

सिविल सर्जन कार्यालय नारनौल की पीसी-पीएनडीटी टीम ने एक संगठित महिला भ्रूण हत्या गिरोह का पर्दाफाश करते हुए राजस्थान के झुंझुनू ज़िले के सिंघाना क्षेत्र में छापेमारी कर तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया है, जबकि एक आरोपी मौके से फरार हो गया। यह कार्रवाई 30 जुलाई को हरियाणा और राजस्थान राज्य की संयुक्त टीमों द्वारा की गई।

टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि हरियाणा की गर्भवती महिलाओं को राजस्थान ले जाकर अवैध लिंग परीक्षण करवाया जा रहा है। इस पर “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान की भावना के अनुरूप पीसी-पीएनडीटी अधिनियम 1994 के तहत कार्रवाई की गई। छापेमारी दल का नेतृत्व जिला नोडल अधिकारी डॉ. विजय कुमार यादव व लिपिक प्रवीन ने किया। हरियाणा व राजस्थान पुलिस का भी इसमें विशेष सहयोग रहा।

जानकारी के अनुसार आरोपी अमित ने एक गर्भवती महिला को गांव बदोपुर बुलाया और जांच के लिए शिमला गांव, ज़िला झुंझुनू भेजा गया, जहां 50 हजार रुपए में लिंग परीक्षण की डील तय हुई। एक महिला को डिकॉय ग्राहक बनाकर भेजा गया, जिसके माध्यम से आरोपियों की गतिविधियों की पुष्टि हुई।

गिरफ़्तार आरोपी:

  1. रवि
  2. भारत शर्मा
  3. उमेश
    जबकि अमित शर्मा मौके से फरार हो गया।

इन पर पीसी-पीएनडीटी अधिनियम की धारा 3, 4, 5, 6, 29 और भारतीय दंड संहिता की धारा 318 व 61 बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया है। मौके से कैमरा, मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप व अन्य उपकरणों के साथ-साथ ₹26, हजार की नकदी भी ज़ब्त की गई।

डिकॉय ग्राहक के माध्यम से रवि ने खुलासा किया कि गर्भ में लड़की है, और गर्भपात के लिए ₹20, हजार की मांग भी की गई। यह स्पष्ट रूप से पीसी-पीएनडीटी अधिनियम का गंभीर उल्लंघन है।

झुंझुनू जिला पीसीपीएनडीटी टीम को इस गिरोह की सूचना दी गई, जिन्होंने नारनौल टीम के साथ मिलकर पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। गिरोह पर राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली व यूपी में वर्षों से भ्रूण लिंग परीक्षण कराने के आरोप हैं। आरोपी रवि पर राजस्थान में पहले से चार मुकदमे दर्ज हैं।

सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने कहा:

“भ्रूण लिंग परीक्षण एक घिनौना अपराध है। इस प्रकार के संगठित अपराधों पर सख़्ती से कार्यवाही की जाएगी। यह हमारी सामाजिक ज़िम्मेदारी है कि बेटियों को समान अवसर और सुरक्षा मिले।”

टीम में शामिल रहे अधिकारी:

डॉ. विजय कुमार यादव, नोडल अधिकारी, पीसीपीएनडीटी, नारनौल

प्रवीन, लिपिक, पीसीपीएनडीटी, नारनौल

डॉ. दयानंद सिंह, नोडल अधिकारी, पीसीपीएनडीटी, झुंझुनू

डॉ. आनंद, ज़िला पीएनडीटी समन्वयक, झुंझुनू

स्थानीय पुलिस टीमें – झुंझुनू व नारनौल

सख़्त निगरानी और तकनीकी उपाय:
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीसीपीएनडीटी पोर्टल पर डाटा फीडिंग, यूआईडी ट्रैकिंग, डिकॉय ऑपरेशन, पंजीकरण मॉनिटरिंग जैसे उपायों के माध्यम से लगातार निगरानी की जा रही है। यह सफलता इन्हीं प्रयासों का परिणाम है।

जन सहयोग की अपील:
स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे इस प्रकार की किसी भी अवैध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित स्वास्थ्य केंद्र या सिविल सर्जन कार्यालय को दें। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उन्हें कानूनी संरक्षण भी प्रदान किया जाएगा।

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