नए कॉलेजों में एमबीबीएस के दाखिले करवाने में विफल रही भाजपा सरकार
पुराने 6 कॉलेजों में ही हो रहा दाखिला
नारनौल, 1 अगस्त (परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
चिकित्सा परामर्श समिति (एमसीसी) ने एमबीबीएस में दाखिले की पहली काउंसलिंग के लिए अंतिम सीट मैट्रिक्स जारी कर दी है| जिसके अनुसार हरियाणा में केवल पुराने 6 मेडिकल कालेजों में ही दाखिले किये जायेंगे। इससे साफ़ हो गया है कि इस बार भी नारनौल, जींद, भिवानी और यमुनानगर आदि में नए बने मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस के दाखिले नहीं होंगे, जो भाजपा सरकार की बड़ी विफ़लता है।
उक्त आरोप कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अधीक्षण अभियंता राव सुखबिंदर सिंह ने लगाते हुए कहा है कि नारनौल का कोरियावास मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो चुका है और ओपीडी भी शुरू हो चुकी है, किन्तु सरकार की इच्छा शक्ति के अभाव में इस कॉलेज में इस वर्ष भी एमबीबीएस कक्षाएं शुरू होने की संभावना समाप्त हो गई है। क्योंकि एमसीसी द्वारा जारी सीट मैट्रिक्स में प्रदेश के केवल 6 मेडिकल कॉलेजों की ही सीट दिखाई हैं। इनमें भक्त फूलसिंह मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां (सोनीपत), कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, करनाल, पीजीआई, रोहतक, शहीद हसनखां मेवाती मेडिकल कॉलेज, नलहर (मेवात), श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज, छांयसा (फरीदाबाद) और ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में बहुत अन्तर है। उसी का परिणाम है कि सरकार इस मेडिकल कॉलेज को शुरू नहीं करवा पाई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह खुद इसी जिले की अटेली सीट से विधायक हैं, लेकिन इसके बावजूद कॉलेज में दाखिले नहीं करवा सकी। उन्होंने भाजपा नेताओं पर चुटकी लेते हुए कहा कि कॉलेज बनवाने और नामकरण को लेकर श्रेय लेने की होड़ लगाने वाले नेता भी अब मौन साधे बैठे हैं।
राव सुखबिंदर सिंह ने सरकार से पुरजोर माँग की है कि सरकार तुरंत सभी औपचारिकतायें पूरी करके दूसरी काउंसलिंग में दाखिले करवाने का प्रयास करे ताकि इस इलाके के साथ-साथ प्रदेश के प्रतिभाशाली बच्चों का भला हो सके।
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