नई दिल्ली,1अगस्त (शैलेन्द्र सिंह/ब्यूरो)।
एक तथाकथित कथा वाचक के धाम से 13 महिलाएं एम्बुलेंस में भरकर,उत्तर प्रदेश सेवादारों द्वारा भेजी जा रही थी। पुलिस को खुफिया इनपुट से अपहरण की सूचना प्राप्त होने पर पठा चौकी पर एम्बुलेंस का पीछा करके रोका गया। महिलाओं को मुक्त करवाया गया।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके बाल खींचकर उन्हें जबरदस्ती एंबुलेंस में बैठाया गया। इन महिलाओं को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाने वाली महिला ने बताया कि वह बागेश्वर धाम से हैं।उन्हें नहीं पता हमें कहां ले जाया जा रहा था। वह महिलाओं को कहां ले जा रही थी बार-बार पूछने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मुक्त करवाई गई महिलाओं ने बार-बार कहा कि यह हमें मरवा देगी। एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि उन्हें बागेश्वर धाम के संत ने इन महिलाओं को महुआ ले जाने के लिए कहा था।
आखिर ये महिलाएं सेवादारों द्वारा किधर भेजी जा रही थी ?एक एबुलेंस में 13 महिलाएं क्यों ले जाई जा रही थी ?एम्बुलेंस का सहारा क्यों लिया गया था ?मानव तस्करी से तो तार नहीं जुड़े हैं ? सवाल बहुत हैं ।

वैसे सच कुछ भी हो तथाकथित कथावाचक इस समय पॉलिटिकली बहुत मजबूत है सच सामने आना मुश्किल है। इस सारी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
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