धैर्य और अनुशासन के बल विपरीत परिस्थितियां भी हो जाती है अनुकूल: डॉ. पवित्रा राव
शिक्षा के प्रचार-प्रसार व समाज कल्याण के कार्य को ओर आगे बढ़ाने का करेंगे काम: इंजी. मनीष राव
महेंद्रगढ़, 28 अगस्त (परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
आरपीएस विद्यालय प्रांगण में गुरुवार को ग्रुप के फाउंडर डायरेक्टर डॉ. ओपी यादव की तृतीय पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर हवन का आयोजन हुआ। स्कूल प्रांगण में सभी अतिथियों, विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों ने शिक्षा जगत की महान शख्सियत की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया तथा उनके दिखाएं मार्ग पर चलने की शपथ ली। इस मौके पर माता बिमला देवी, एडवोकेट नरेन्द्र राव, आरपीएस ग्रुप की चेयरपर्सन डॉ. पवित्रा राव, सीईओ इंजी. मनीष राव, संयुक्त सचिव प्रेम राव, डिप्टी सीईओ कुनाल राव तथा विद्यालय प्राचार्य डॉ. किशोर तिवारी ने स्व. डॉ. ओपी यादव के दिखाए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। विद्यार्थियों ने अनेक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के माध्यम से शिक्षा जगत के चमकते सितारे स्व. डॉ. ओपी यादव को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कविता व भजनों के माध्यम से बच्चों ने दिवंगत आत्मा के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। संगीत शिक्षकों ने भी अपनी-अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से स्व. डॉ. ओपी यादव को नमन किया।
इस मौके पर ग्रुप की चेयरपर्सन डॉ. पवित्रा राव ने कहा कि बाऊजी की प्रेरणा और आशीर्वाद हमेशा उनका मार्ग प्रशस्त करती रहेगी। उन्होंने कहा कि बाऊजी हमेशा कहते थे की विपरीत परिस्थितियां भी धैर्य और अनुशासन के बल पर एक दिन अनुकूल हो जाती हैं इसलिए विषम परिस्थितियों के आगे झुकने की बजाय उनका धैर्य के साथ डटकर सामना करना चाहिए। ग्रुप के सीईओ इंजी. मनीष राव ने कहा कि बाऊजी से मिले संस्कार, साहस और ज्ञान के बल पर उनके शिक्षा के प्रचार-प्रसार व समाज कल्याण के कार्य को ओर आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को जीवन में लक्ष्य हासिल करने के लिए बाऊजी द्वारा दिखाए गए मेहनत के रास्ते को चुन कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर आरपीएस विद्यालय के प्राचार्य डॉ. किशोर तिवारी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र महेंद्रगढ़ का नाम देश में स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवाने वाली शख्सियत डॉ. ओपी यादव भले ही आज हमारे बीच नहीं है परंतु उनका मार्गदर्शन, उनकी प्रेरणा और उनका आशीर्वाद हम सब के साथ है। 15 वर्षों तक भारतीय वायुसेना में रहते हुए देश की रक्षा की। 1962 में भारत और चीन युद्ध तथा 1968 से 1971 में भारत-पाक युद्ध में भी अपनी वीरता से युद्ध कौशल का परिचय दिया। वर्ष 1977 में वायु सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद कानून के क्षेत्र में 32 वर्षों से वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में लोगों को न्याय दिलवाने का काम किया। दो बार महेंद्रगढ़ बार एसोसिएशन के प्रधान तथा भारत सरकार के टेलकम सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे।
वर्ष 1998 में लगाया था आरपीएस का पौधा, अब वटवृक्ष के रूप में दे रहा फल
माता बिमला देवी ने बताया कि 1998 में इस पिछड़े इलाके के गांव खातोद में आरपीएस शिक्षा समिति की स्थापना कर क्षेत्र को शिक्षा जगत में आगे ले जाने का काम स्व. डॉ. ओपी यादव ने किया। आरपीएस शिक्षा समिति के तत्वावधान में आज 17 विद्यालय तथा 7 कॉलेज चल रहे हैं जिनमें हजारों जरूरतमंद बच्चे भी नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जो उनकी समाज के विकास की सोच को दर्शाते हैं। उनका लगाया गया पौधा आरपीएस आज शिक्षा के क्षेत्र में वट वृक्ष के समान प्रदेश ही नहीं देशभर में शिक्षा के प्रचार-प्रसार से ज्ञान का प्रकाश फैला रहा है। ग्रुप के छात्र-छात्राएं आज आईएएस, एचसीएस, डॉक्टर, इंजीनियर, सेना में अधिकारी, प्रोफेसर, अधिवक्ता, अध्यापक, वैज्ञानिक सहित अन्य क्षेत्रों में उच्च पदों पर पहुंचकर अपनी प्रतिभा का प्रकाश फैला रहे हैं। ऐसी महान शख्सियत को हम सब नमन करते हैं। इस मौके पर डीन एलएन गौड़, उप प्राचार्य दिनेश कुमार, विंग हेड डॉ. देवेंद्र पुनिया, जिले सिंह, अमित कुमार, साक्षी मलिक, अनीता अहलावत, भगवान सिंह, सज्जन व बिजेन्द्र शास्त्री सहित समस्त स्टाफ सदस्य व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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