महेंद्रगढ़, 3 सितम्बर (परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
जेंडर स्टडीज सोसाइटी के तत्वावधान में आज महाविद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी एवं महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. डॉ. पूर्ण प्रभा ने किया। अपने संबोधन में प्राचार्य महोदया ने विद्यार्थियों को जेंडर समानता, सामाजिक न्याय एवं शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवाओं को लैंगिक संवेदनशीलता की समझ विकसित करनी चाहिए ताकि वे समाज में सकारात्मक बदलाव के वाहक बन सकें।
इस अवसर पर जेंडर स्टडीज समिति की प्रभारी डॉ. पविता यादव ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लैंगिक अध्ययन केवल शैक्षणिक विषय नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक सरोकार है, जो महिला-पुरुष दोनों को समान अवसर और सम्मान प्रदान करने की दिशा में प्रेरित करता है।
कार्यक्रम में प्रोफेसर विजय यादव और डॉ. सोमवीर ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार प्रस्तुत किए। वक्ताओं ने समाज में व्याप्त विभिन्न लैंगिक पूर्वाग्रहों, महिलाओं की भागीदारी, शिक्षा में उनकी बढ़ती भूमिका तथा समान अवसरों के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जेंडर समानता न केवल सामाजिक प्रगति की आवश्यकता है, बल्कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की भी बुनियादी शर्त है।
कार्यक्रम के सफल संचालन में जेंडर स्टडीज समिति की प्रभारी डॉ. पविता यादव तथा समिति की सदस्या डॉ. विजया बाई का विशेष योगदान रहा।
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