महेन्द्रगढ़, 10सितम्बर (परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ के निर्देश पर दुर्गा शक्ति पुलिस टीम ने नांगल सिरोही के एक निजी स्कूल में सेमिनार का आयोजन कर छात्र–छात्राओं को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के बारे में जागरूक किया। सेमिनार में, इंस्पेक्टर मीनाक्षी ने विद्यार्थियों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के बीच का अंतर बहुत ही सरल तरीके से समझाया। उन्होंने बताया कि जब कोई आपको गलत इरादे से छूता है, तो उसे तुरंत रोकना चाहिए और इसके बारे में अपने माता-पिता या किसी भरोसेमंद व्यक्ति को बताना चाहिए।
इसके साथ ही, टीम ने पॉक्सो एक्ट (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) के तहत यौन अपराधों की परिभाषा भी विस्तार से बताई। उन्होंने समझाया कि बच्चों के शरीर के किसी भी अंग को गलत तरीके से छूना, निजी अंगों पर गलत टिप्पणी करना, या कोई ऐसी हरकत जिससे बच्चे असहज महसूस करें, ये सब बाल यौन शोषण की श्रेणी में आते हैं।
इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ जागरूकता फैलाना नहीं, बल्कि छात्राओं में आत्मविश्वास और आत्मरक्षा की भावना पैदा करना भी है, जिससे हमारी बेटियां खुद को सुरक्षित और सशक्त महसूस कर सकें। महिला पुलिस कर्मियों ने छात्राओं को आत्मरक्षा के कुछ आसान तरीके सिखाए। इसके अलावा, उन्हें महिलाओं से जुड़े कानूनों, कानूनी संरक्षण और उनके अधिकारों के बारे में भी बताया गया।
पुलिस टीम ने छात्राओं को यह भी बताया कि अगर वे कभी ऐसी किसी घटना का सामना करती हैं, तो उन्हें बिना किसी झिझक के पुलिस से मदद मांगनी चाहिए। पुलिस विभाग महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए हमेशा मौजूद है।
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