महेंद्रगढ़,30मार्च(शैलेन्द्र सिंह)।
हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय,जाट-पाली में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए सांसद धर्मबीर सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री को दुबारा पत्र लिखा है। इस बारे में जानकारी देते हुए श्री सुण्डाराम ट्रस्ट के प्रधान संदीप मालड़ा ने बताया कि उन्होंने सांसद के दिल्ली आवास पर पहुँचकर मेडिकल कॉलेज स्थापित करवाने बारे सांसद को मांग पत्र सौंपा था। संदीप मालड़ा ने बताया कि लगभग एक साल पहले वे सांसद धर्मबीर सिंह से मिले थे और मांग पत्र सौंपकर मांग उठाई थी कि हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय में मेडिकल कॉलेज की मांग संसद में उठाई जाए।
अधिनियम 377 के तहत केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पत्र के माध्यम से बताया था कि इस बारे राज्य सरकार से प्रस्ताव आयेगा तो केन्द्र सरकार इस पर आगे बढ़ेगी। इसके लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव की तरफ से हरियाणा सरकार को पत्र भी लिख दिया गया था और साथ ही उसी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के उसी पत्र का हवाला देते हुए सांसद धर्मबीर सिंह ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री सहित स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखा था और निवेदन किया था कि हरियाणा सरकार इस बारे जल्द से जल्द प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार को भेजे।
संदीप मालड़ा ने बताया कि अब लगभग एक साल बीत जाने के बाद भी हरियाणा सरकार की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। संदीप मालड़ा ने कहा कि उन्होंने सांसद को पत्र सौंपकर मांग की है कि इस मामले को पुनः संसद में उठाया जाए। इस पर सांसद धर्मबीर सिंह ने बताया कि चूँकि संसद की कार्रवाई सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है इसलिए इस सत्र में अगर वे मांग को संसद नहीं उठा सके तो अगले सत्र में जरूर उठायेंगे।
सांसद धर्मबीर सिंह ने मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर निवेदन किया है कि राज्य सरकार इस पर सकारात्मक प्रयास करे। जिससे इस मामले को जल्द से जल्द सिरे चढ़ाया जा सके।
यहां हम आपको बता दें कि राज्य सरकार को केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी पत्र लिखकर निवेदन कर चुके हैं कि राज्य सरकार जल्द से जल्द प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार को भेजे। एक तरफ जहां सांसद धर्मबीर सिंह और राव इंद्रजीत इस मामले पर पैरवी कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार ने इस मसले पर अभी तक कोई पत्राचार नहीं किया है।
संदीप मालड़ा ने कहा कि क्षेत्र के सभी जागरूक नागरिकों, पंचायत प्रतिनिधियों को मिलकर हक की इस लड़ाई को लड़ना होगा।