Saturday, June 28, 2025
Homeहरियाणामोबाइल वाटर टेस्टिंग लैब से गांवों में ही पेयजल की गुणवत्ता की...

मोबाइल वाटर टेस्टिंग लैब से गांवों में ही पेयजल की गुणवत्ता की जांच

नारनौल, 27 जून(परमजीत सिंह/गजेन्द्र यादव)।
हर घर को निरंतर मिले स्वच्छ पेयजल, यही है जल जीवन मिशन

हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार जल जीवन मिशन के तहत जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से प्रदेश के नागरिकों को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल वाटर टेस्टिंग लैब गांव-गांव जाकर पेयजल स्रोतों की रासायनिक जांच कर रही है।
जिला सलाहकार मंगतु राम सरसवा ने बताया कि यह मोबाइल लैब 1 जून को नारनौल पहुंची थी और अब तक खंड नारनौल, निजामपुर, नांगल चौधरी, सिंहमा, अटेली नांगल तथा कनीना की ग्राम पंचायतों में पेयजल स्रोतों की जांच कर चुकी है। वर्तमान में यह लैब खंड सतनाली के गांवों का दौरा कर रही है, जिसके उपरांत महेंद्रगढ़ खंड के गांवों में जांच अभियान चलाया जाएगा।
शुक्रवार को लैब ने सतनाली खंड की ग्राम पंचायत जड़वा से सैंपल जांच की शुरुआत की। मंडल अध्यक्ष बेबी शेखावत एवं सरपंच प्रतिनिधि सुरेंद्र प्रधान ने हरी झंडी दिखाकर इस मोबाइल लैब का शुभारंभ किया। इसके बाद जड़वा की ढाणी, बासड़ी, सोहड़ी और राजावास में भी पेयजल स्रोतों की जांच की गई।
जिला सलाहकार मंगतु राम सरसवा ने बताया कि सरकार और विभाग का उद्देश्य है कि हर उपभोक्ता को बीआईएस 10500 मानकों के अनुरूप स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल उपलब्ध हो, जिससे लोगों का स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष बेबी शेखावत ने कहा कि यह विभाग की सराहनीय पहल है, जिससे गांव के लोग पानी की गुणवत्ता को लेकर सजग हो रहे हैं। उन्होंने उपभोक्ताओं से पेयजल को प्रदूषित होने से बचाने और जल की बर्बादी न करने की अपील की।
सरपंच सुरेंद्र प्रधान ने कहा कि पूर्व में ग्रामीण सिर्फ पानी के रंग और स्वाद के आधार पर उसकी शुद्धता का अनुमान लगाते थे, लेकिन मोबाइल लैब के माध्यम से अब वैज्ञानिक तरीके से यह जानना संभव हो पाया है कि पानी में कौन-कौन से मानक उपस्थित हैं और हमारे स्वास्थ्य के लिए उनकी क्या मात्रा होनी चाहिए।

आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित मोबाइल लैब

लैब सहायक उज्जवल कुमार ने बताया कि यह मोबाइल लैब आधुनिक जांच उपकरणों से युक्त है, जो दूर-दराज एवं दुर्गम क्षेत्रों में भी जल गुणवत्ता की जांच करने में सक्षम है। यह लैब आपातकालीन या महामारी की स्थिति में भी अस्थायी लैब के रूप में कार्य कर सकती है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को पेयजल की गुणवत्ता के प्रति जागरूक करना और जल संरक्षण का संदेश देना है।
इस मौके पर सोमबीर शेखावत, सुरेंद्र छापड़ा, बीआरसी पूजा रानी, विदेश देवी, कालू, सुंदर, मनीराम, रणधीर, हनुमान, मोहर, जितेंद्र, तथा ग्रामीण सतपाल, सूरजपाल, राकेश, अंजना, उमेद देवी आदि उपस्थित रहे।
#newsharyana

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments