महेन्द्रगढ़, 8 जुलाई (परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास), हिसार के निदेशालय विस्तार शिक्षा के तत्वावधान में हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र (HPVK), महेन्द्रगढ़ में 2 जुलाई से 8 जुलाई तक “व्यावसायिक डेयरी फार्मिंग” विषय पर एक सप्ताहीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का आयोजन लुवास के माननीय कुलपति डॉ. नरेश जिंदल के निर्देशन एवं निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. वीरेन्द्र पंवार की अध्यक्षता में किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं, किसान उद्यमियों, महिलाओं एवं पशुपालकों को वैज्ञानिक डेयरी प्रबंधन, दुग्ध प्रसंस्करण, विपणन तकनीकों एवं वित्तीय योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना था।
प्रशिक्षण संयोजक डॉ. योगेन्द्र सिंह यादव, विस्तार विशेषज्ञ (डेयरी) ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को दूध प्रसंस्करण, पैकेजिंग, ब्रांडिंग, लघु संयंत्र स्थापना एवं विपणन जैसे विषयों पर गहन जानकारी दी गई। कार्यक्रम में डेयरी फार्मिंग में स्वरोजगार, स्वच्छ एवं सुरक्षित दूध उत्पादन, रोग नियंत्रण, नस्ल चयन, पोषण, सरकारी योजनाएं एवं वित्तीय सहयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान और व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया।

प्रमुख वक्ताओं में डॉ. राहुल यादव, डॉ. अमित सांगवान, डॉ. राजेन्द्र यादव, डॉ. रमेश कुमार (सेवानिवृत्त क्षेत्रीय निदेशक), पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारीगण एवं बैंक प्रतिनिधि शामिल रहे।
समापन समारोह में डॉ. रमेश कुमार द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से डेयरी व्यवसाय को ग्रामीण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का सशक्त माध्यम बताया।
अंत में डॉ. योगेन्द्र सिंह यादव ने प्रशिक्षण में सहयोग करने वाले सभी अधिकारियों, प्रशिक्षकों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम केवल ज्ञानवर्धन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि व्यवहारिक दक्षता को भी बढ़ावा देने वाला रहा। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे इस ज्ञान का प्रयोग कर अपने क्षेत्र में डेयरी आधारित उद्यमिता को आगे बढ़ाएं।
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