आशु कवि पंडित बख्तावर की काव्य रचनाएं सदैव समाज के लिए प्रेरणा रहेंगी
महेंद्रगढ़,। 10सितंबर (परमजीत सिंह/शैलेन्द्र सिंह)।
आशुकवि पंडित बख्तावर मल की पिचहत्तरवीं पुण्यतिथि के अवसर पर गांव बिजणा में लोक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।पंडित बख्तावर मल की पुण्यतिथि पर आयोजित इस लोककवि सम्मेलन मे हरियाणा और राजस्थान के कई जिलों से विभिन्न कवि अखाड़ों से आए हुए सुप्रसिद्ध कवियों ने अपनी काव्य रचनाओं द्वारा उपस्थित जनसमूह का मनोरंजन व ज्ञान वर्धन किया।इस लोक कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी सस्वर और संगीतबद्ध कविताएं सुनाई।इस लोक कवि सम्मेलन के मंच संचालक सवेरा स्वयंसेवी संस्था के प्रदेशअध्यक्ष मनोज गौतम ने कहा कि आशुकवि पंडित बख्तावर मल एक महान कवि हुए हैं।उन्होंने काव्य जीवन एक तपस्वी की तरह जिया और समाज को अपनी विभिन्न रचनाओं से लाभान्वित किया। उन्होंने जन जागरूकता, ऐतिहासिक विषयों, उपनिषदों,पुराणों, महाभारत और रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर काफी कथाओं की रचना की।उनकी तत्कालिक रचना, कविताएं इलाके और कई प्रदेशों के लोग बहुत पसंद करते थे।पंडित बख्तावर मल आशुकवि की काव्य रचनाएं सर्व समाज को प्रेरित करती रहेंगी। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मनोज गौतम ने कहा कि आशु कवि बख्तावर मल की कविता में भारतीय समाज को नई दिशा व दशा देने की क्षमता है।आज जरूरत है कि हम उनकी रचनाएं अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं। उन्होंने बताया कि पंडित बख्तावर मल आशुकवि की रचनाएं युवा पीढ़ी को चारित्रिक,नैतिक और सामाजिक तौर पर सुदृढ़ नागरिक बनाने की तरफ प्रेरित करती हैं।पंडित मूलचंद बख्तावरमल अखाड़े के प्रसिद्ध महाशय रविदत्त मांडोला के मार्ग निर्देशन में चले इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुधीर दीवान ने की। समाजसेवी चतुर्भुज भारद्वाज मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।दिल्ली से पधारे विशिष्ट अतिथि योगेश बजाज,सिंगल एवं उनकी टीम ने कार्यक्रम में पहुंचकर अपना विशेष आर्थिक योगदान दिया। कमेटी ने सभी अतिथियों का सम्मान अंग वस्त्र देकर किया।
कवि मामचंद के पोते और मदनलाल के सुपुत्र समाजसेवी चतुर्भुज भारद्वाज ने कार्यक्रम में अपना विशेष आर्थिक योगदान दिया।आयोजक कमेटी से सरपंच देवेंद्र शर्मा,कपिल शास्त्री एवं कमेटी के सदस्यों ने आए हुए अतिथियों का शाल उढाकर एवं नगद राशि पुरस्कार देकर सम्मान किया।मामचंद के शिष्य गोपीराम को विशेष तौर पर पग़ड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर हरियाणा,राजस्थान के झुंझुनू,बुहाना,पचेरी, सोंहासरा,बवाना, भूरीवास से पधारे कवियों एवं क्षेत्रीय कवियों ने अपनी रचनाओं से लोगों का ज्ञानवर्धन व मनोरंजन किया।ज्यादातर कवियों ने स्वरचित एवं तत्कालिक रचनाएं सुनाई। गांव बिजणा एवं पंडित बख्तावर मल के जीवन चरित्र पर कविताएं सुनाई। वरिष्ठ कवि रविदत्त महाशय ने पधारे हुए सभी कवियों को इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए आग्रह किया।उन्होंने कहा आज कि इस परंपरा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने की जिम्मेवारी हम सब कवियों की है।बाहर से पधारे सभी कवियों का धन्यवाद करते हुए कपिल शास्त्री ने बताया कि कविता मानव मन के भाव की सरल और सहज अभिव्यक्ति है। कवि अपनी जीवन अनुभूतियों को शब्दों से सजाकर काव्य रचना को समाज कल्याण हेतु प्रस्तुत करता है।पंडित मूलचंद शर्मा गढ़ी के शिष्य आशु कवि पंडित बख्तावर मल ने अपना संपूर्ण जीवन लगा करके समाज कल्याण हेतु अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।आज उनके शिष्यों के शिष्य इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। इस अवसर पर गांव बिजणा के गणमान्य लोगों और पंचपीर मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने आए हुए कवियों को अंग वस्त्र और नगद राशि देकर सम्मानित किया।इस भजन संध्या एवं लोक कवि सम्मेलन में पंडित राम कुमार शर्मा अखाड़े से पूर्व सरपंच संतोष भारद्वाज, विक्रम सिंह शेखावत , सोनू,झुंझुनू के कुलोठ गांव से पधारे महेश शर्मा, पचेरी झुन्झुनू से पधारे गोपी राम शर्मा,ढाणी तिलोडी से पधारे हरिसिंह गुर्जर,चुडैली आश्रम राजस्थान से पधारे आशु कवि लालचंद के शिष्य महात्मा संतुनाथ, जाट गांव से पधारे आत्माराम,बवाना से जवाहरमल गौतम,श्यामलाल खायरा, राजू चौहान पहाड़वास, सोनू सोंहासरा,शेर सिंह नंबरदार,राजस्थान के भूरीवास से नरसी शर्मा, मुकेश ने अपनी प्रस्तुतियां दी।कवियों ने भी इस अखाड़े के परपितामह पण्डित मूलचंद शर्मा और श्रीश्री योगी पुरुष पंडित बख्तावरमल की रचनाएं सुनाकर लोगों को आनंदित किया।इस अवसर पर पंडित कपिल शास्त्री,देवेन्द्र सरपंच,पन्ने लाल नंबरदार, गोपी राम,प्रताप, बजरंग,हनुमान शर्मा, सतीश सैनी,दीपचंद स्वामी ने भी आयोजकों को भारतीय संस्कृति और संस्कारों का संरक्षण कर भावी पीढ़ी को नई दिशा देने के लिए धन्यवाद दिया।इस कार्यक्रम में उपस्थित केडी हरियाणवी लोक कलाकार को विशेष रूप सम्मानित किया गया।इस अवसर पर आयोजक कमेटी से प्रताप,दिनेश,बजरंग,दलीप, हरिचरण,राकेश,पन्नेलाल,सचिन,जावा के सरपंच प्रतिनिधि अजीत,पंडित लालचंद के सुपुत्र राजवीर शर्मा,श्योपुरा से पधारे हनुमान गौतम, गांव माई खुर्द,जावा,बधवाना, गढी, खुडाना,राजस्थान व इलाके से आए हुए गणमान्य उपस्थित रहे। बिजणा गांव के सरपंच देवेंद्र और कपिल शास्त्री ने आए हुए मेहमानों, कवियों एवं इलाके की उपस्थिति का इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया
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